Posted by: Kuldeep Kumar
प्रतापगढ़ : ईवीएम के विरोध में 31 जनवरी तक चलने वाले चरणबद्ध आंदोलन को लेकर भारत मुक्ति मोर्चा के पदाधिकारियों ने शुक्रवार को पत्रकारों से वार्ता की। मोर्चा के जिलाध्यक्ष सुभाष चंद्र यादव प्रजा भइया ने बताया कि राष्ट्रीय अध्यक्ष के आह्वान पर भारत मुक्ति मोर्चा द्वारा ईवीएम के विरोध में ईवीएम हटाओ, बैलेट पेपर लाओ और लोकतंत्र बचाओ के तहत देश के 567 जिलों के मुख्यालयों पर चरणबद्ध आंदोलन आयोजित किया जा रहा है। जिसके तहत 10 जनवरी को 567 जिलों के जिलाधिकारी कार्यालय पर धरना प्रदर्शन किया गया, 16 जनवरी को जिलाधिकारी कार्यालय पर रैली प्रदर्शन होगा, 31 जनवरी को केंद्रीय चुनाव आयोग कार्यालय नई दिल्ली पर विशाल महामोर्चा किया जाएगा। उन्होंने बताया कि टेक्नोलॉजिकल एडवांस्ड देशों में भी ईवीएम पर पाबंदी लगाई गई है तो भारत में ईवीएम को क्यों चलाया जा रहा है। 2014 व 2019 में हुए लोकसभा चुनाव व 2017 व 2022 में हुए विधानसभा चुनाव में भारतीय चुनाव आयोग द्वारा जिन ईवीएम मशीनों का इस्तेमाल किया गया वह सुप्रीम कोर्ट के 8 अक्टूबर 2013 के आदेश के अनुसार अवैध है। उन्होंने कहाकि भारतीय चुनाव आयोग द्वारा इस प्रकार ईवीएम का दुरुपयोग कर जनता के मताधिकारों का बड़े पैमाने पर घोटाला किया गया है । इससे आम जनता में जन आक्रोश है। उन्होंने ईवीएम मशीनों के उपयोग को बंद कराने व सभी चुनाव बैलेट पेपर से कराने की भी मांग की। जिलाध्यक्ष सुभाष चंद्र ने कहाकि कांग्रेस व भाजपा द्वारा मिलकर ईवीएम के माध्यम से लोकतंत्र की हत्या की जा रही है । लोकतंत्र को बचाने के लिए बैलेट पेपर का इस्तेमाल जरूरी है । जिससे लोगों के मताधिकार के मौलिक अधिकारों को बचाया जा सके। इस मौके पर बहुजन मुक्ति पार्टी के युवा प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष प्रमोद राज पासी, विधानसभा अध्यक्ष बाबागंज सुरेंद्र कुमार धनगर, राष्ट्रीय मुस्लिम मोर्चा के जिलाध्यक्ष मौलाना अजमल खान, राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग मोर्चा के ब्लाक अध्यक्ष हरीशच्रद मौर्य, सचिन राज, दिलीप कुमार, सूरज कुमार, राम प्रताप सरोज आदि लोग मोजूद रहे।
Comments